गुल्म रोग का अर्थ
[ gaulem roga ]
गुल्म रोग उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- पंचकोल चूर्ण : अरुचि, अफरा, शूल, गुल्म रोग आदि में।
- पंचकोल चूर्ण : अरुचि, अफरा, शूल, गुल्म रोग आदि में।
- पंचकोल चूर्ण : अरुचि , अफरा , शूल , गुल्म रोग आदि में।
- पंचकोल चूर्ण : अरुचि , अफरा , शूल , गुल्म रोग आदि में।
- खून की कमी , पीलिया, गुल्म रोग, बवासीर, भगंदर संग्रहणी, बढ़े हुए जिगर और तिल्ली में विशेष लाभदायक है।
- १ . - प्लीहा ( तिल्ली ) के प्रकरण में लिखे वज्रक्षार के प्रयोग से गुल्म रोग में बहुत लाभ होता है ।
- पके अनन्नास के 10 ग्राम रस में भुनी हुई हींग लगभग 1 ग्राम का चौथा भाग , सेंधानमक और अदरक का रस लगभग 1 ग्राम का चौथा भाग मिलाकर सुबह-शाम सेवन करने से उदर शूल और गुल्म रोग में लाभ होता है।